एसटीएफ ने अपने एफआईआर में और नाम बढ़ाने की शुरू की तैयारी
जौनपुर में हो रही कार्रवाई की मुख्यमंत्री ने की प्रशंसा
आधा दर्जन नए नशे के सौदागर दवा माफिया किये गए चिन्हित
जौनपुर। प्रदेश के आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, लखनऊ के निर्देश पर जिला औषधि निरीक्षक रजत कुमार पांडेय की टीम द्वारा जिले में नशे के कारोबारियों के खिलाफ की जा रही ताबड़तोड़ कार्रवाई पर प्रदेश शासन ने अपनी मोहर लगा दी है।सीएम कार्यालय से सख्त निर्देश मिलते ही जौनपुर के आधा दर्जन नए दवा कारोबारी का भी नाम एसटीएफ के एफआईआर में प्रदेश स्तर के टॉप लिस्ट में दर्ज करने की कवायद शुरू हो गई है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्वांचल में चल रहे इस अभियान विशेष तौर पर जौनपुर में अब तक 18 दवा कारोबारियों के खिलाफ दर्ज कराए गए मुकदमे को संज्ञान में लेते हुए यहां के जिला औषधि निरीक्षक रजत कुमार पांडेय की प्रशंसा की है।
यही वजह है कि मुख्यमंत्री के विशेष निर्देश पर करोड़ों रुपए का खेल करने वाले इस पूरे गोरखधंधेमें शामिल सभी नामचीन माफियाओं के खिलाफ प्रदेश एसटीएफ ने अपना शिकंजा कस दिया है। इस संबंध में पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अभी तक जिन सफेदपोश दवा कारोबारी माफियाओं की गिरफ्तारी नहीं हुए उन्हें भी बहुत जल्द शिकंजे में लेने के लिए एसटीएफ जौनपुर में डेरा डालने वाली है।
प्रथम दृष्टया जिन सभी 18 दवा कारोबारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। उनके खिलाफ और और भी कई गंभीर धाराएं बढ़ाने के साथ ही
गैंगस्टर की भी धाराएं लगाने के लिए पुलिस विधिक सलाह ले रही है।
क्योंकि एसटीएफ को इस पूरी जांच का जिम्मेदारी जिस तेजी के साथ मिला है उसी तेजी के साथ एसटीएफ भी अब इस कारोबार में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से शामिल सभी छोटे-बड़े कारोबारी को चिन्हित करके उन्हें जेल के सलाखों में भेजने की तैयारी में जुट गई है।
जौनपुर के जिला औषधि निरीक्षक रजत कुमार पांडेय द्वारा की गई अब तक की कार्रवाई और भविष्य में की जाने वाली कुछ और जांच पड़ताल के संबंध में शासन स्तर के उच्च पदस्थ अधिकारी निरंतर नजर बनाए हुए हैं।
मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जौनपुर में की गई कार्रवाई पर प्रशंसा जाहिर करने से मंडल स्तर के अधिकारियों की भी पूछ बढ़ गई हैं।
यही वजह है कि जौनपुर के सुरेरी थाना क्षेत्र निवासी घटना में शामिल अमित सिंह टाटा और एसटीएफ के बर्खास्त सिपाही आलोक सिंह का नाम आने के बाद एसटीएफ ने अपने एफआईआर में और नाम बढ़ाने की जुगत शुरू कर दी है।
घटना से जुड़े सभी माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन से निरंतर दिशा निर्देश भी मिल रहा है।
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एक और फर्म की जांच में बड़े खुलासे की आशंका
जौनपुर। प्रदेश शासन के निर्देश पर गठित विशेष जांच दस्ते ने शहर के तिलकधारी कॉलेज रोड पर स्थित एक और मेडिकल एजेंसी की मंगलवार को सघन जांच की गई। एजेंसियों की जांच कोडिन युक्त कफ सिरप और एनआरएक्स श्रेडी की औषधियों की रोकथाम लगाने के दृष्टिगत की गई है।
औचक निरीक्षण के दौरान फर्म गुप्ता मेडिकल एजेंसी ओलंदगंज की जांच की गई। फर्मो से वर्ष 2023-24, 2024-25 और अब तक के खरीद विक्रय संबंध अभिलेख मांगे गए हैं। फर्म के द्वारा खरीद और बिक्री बिल का सत्यापन तक औषधि एवं सौंदर्य प्रसाधन अधिनियम 1940 की धारा 22(1)(डी) के अंतरगत औषधियों की खरीद पर रोक तत्काल प्रभाव से लगाई गई है। यदि फर्म आदेश का उल्लंघन करती पाई गई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में जिला औषधि निरीक्षक रजत कुमार पांडेय ने बताया कि
उपरोक्त फर्म की बिक्री एवं खरीद रिपोर्ट की जांच के बाद ही अगली कार्रवाई की जाएगी। यदि फर्म कोडिन युक्त कफ सिरप की अवैध बिक्री करते हुए पाई गई तो संबंधित थाने में एफआईआर दर्ज कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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