शिक्षा, शोध एवं सामाजिक कार्यों में अग्रणी भूमिका निभा रहा पूर्वांचल विश्वविद्यालय: प्रो वंदना सिंह
पूर्वांचल विश्वविद्यालय में स्थापना दिवस और गांधी जयंती पर 20 उत्कृष्ट कर्मी सम्मानित
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस एवं महात्मा गांधी जयंती के अवसर आर्यभट्ट सभागार में समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कुल 20 कर्मचारियों को कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने सम्मानित किया। यह सम्मान उत्तर प्रदेश के राज्यपाल सचिवालय के निर्देशानुसार आयोजित 'सेवा पखवाड़ा' कार्यक्रमों के अंतर्गत प्रदान किया गया।
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के 38वें स्थापना दिवस के अवसर पर कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय पूर्वांचल क्षेत्र में शिक्षा, शोध और सामाजिक उत्तरदायित्वों के क्षेत्र में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्माण कर रहा है। इस अवसर पर प्रो. वंदना सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय की गतिविधियों को सुचारू रूप से संचालन में कर्मचारियों की बड़ी भूमिका है। उन्होंने इस अवसर पर सम्मानित होने वाले सभी कर्मचारियों को बधाई दी।
सम्मानित होने वाले कर्मियों में प्रशासनिक अधिकारी नीता गुप्ता, जितेन्द्र कुमार शर्मा, हरिश्चंद्र मौर्य (अवकाश प्राप्त), कनिष्ठ सहायक के पद पर कार्यरत नीलम सिंह, अनिल कुमार सिंह, राहुल पाण्डेय, संदीप सिंह, राघवेन्द्र गोपाल, प्रेमशंकर पाण्डेय और उबैद अहमद को भी सम्मानित किया गया। इसके साथ ही राजकुमार शुक्ला, अंजनी कुमार तिवारी, विजय कुमार यादव, राम शरण यादव, शांति प्रकाश मिश्र, शिवनंदन यादव, मोती, बिमला, राजेश कुमार और मो. रफीक अहमद सम्मानित हुए। इस प्रकार कुल 20 उत्कृष्ट कर्मियों को उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मान प्रदान कर विश्वविद्यालय ने उनके कार्यों की सराहना की गईवीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की स्थापना 2 अक्टूबर 1987 को हुई थी। विश्वविद्यालय की 38 वर्षों की यात्रा में नैक ए प्लस ग्रेड के साथ बहुत सारी उपलब्धियां हासिल की है। ग्रामीण क्षेत्र में स्थित होने के बावजूद बहुत सारे ऐसे प्रोफेशनल पाठ्यक्रम संचालित किया जिसके अध्यनरत विद्यार्थी देश ही नहीं विदेश में भी बड़े पदों पर कार्यरत हैं। कुलपति प्रोफेसर वंदना सिंह समेत अधिकारियों ने स्थापना दिवस एवं गांधी जयंती के अवसर पर गांधी वाटिका में महात्मा गांधी के मूर्ति पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। इसके साथ ही लाल बहादुर शास्त्री के जन्मदिवस पर उन्हें भी अपना श्रद्धा सुमन अर्पित किया। वीर बहादुर सिंह के प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया गया । विश्वविद्यालय के कर्मचारी ने राम धुन की प्रस्तुति की ।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव केश लाल ने कहा कि विश्वविद्यालय के विकास में सभी शिक्षकों एवं कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। सभी मिलजुल कर विश्वविद्यालय आगे बढ़ाये। परीक्षा नियंत्रक डॉ. विनोद कुमार सिंह ने कहा कि सभी सत्यनिष्ठा और कर्मठता के साथ अपने उत्तरदायित्व का निर्वहन कर विश्वविद्यालय प्रगति पथ पर आगे ले जाएं।
अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. प्रमोद कुमार यादव ने सबका स्वागत किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय कैडेट कोर के कैडेट्स द्वारा संस्कार स्वच्छ, स्वभाव स्वच्छ: सशक्त एवं समर्थ समाज का आधार" विषय पर अदिति मिश्र एवं अंशिका राय द्वारा भाषण दिया गया । इसके अतिरिक्त गोल्डी यादव एवं जयस आर्य द्वारा गांधी जी के कृतित्व एवं विचारों पर कविता पाठ किया गया । कैडेट्स ने अपने भाषण में कहा कि हमें स्वच्छता को सिर्फ शारीरिक सफाई से आगे बढ़कर, चरित्र, मूल्यों और व्यवहार में भी शामिल करने पर जोर देना चाहिए। स्वच्छता को जीवन का हिस्सा बनाकर, हम न केवल स्वस्थ समाज का निर्माण करते हैं, बल्कि एक मजबूत, जिम्मेदार नागरिक के रूप में समाज को आगे बढ़ाते हैं। इसके लिए हमें व्यक्ति, परिवार और समुदाय स्तर पर मिलकर प्रयास करना होगा, ताकि स्वच्छता का सही अर्थ समाज के हर हिस्से तक पहुँच सके।
इस अवसर पर प्रो. देवराज सिंह, प्रो. राजेश शर्मा, प्रो. संतोष कुमार, प्रो. गिरिधर मिश्र, प्रो. अजय प्रताप सिंह, प्रो. संदीप सिंह, प्रो. प्रदीप कुमार, प्रो. मिथिलेश सिंह, प्रो. राज कुमार, प्रो. राम नारायण, डॉ. प्रमोद कुमार, डॉ. अमरेन्द्र कुमार सिंह, डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, , डॉ. मनीष गुप्ता उप कुलसचिव अजीत सिंह, बबीता सिंह, कर्मचारी संघ के महामंत्री रमेश यादव समेत विश्वविद्यालय के सभी शिक्षक एवं कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. नितेश जायसवाल ने तथा धन्यवाद ज्ञापन आयोजन सचिव व राष्ट्रीय कैडेट कोर के प्रभारी डॉ. मनोज कुमार पाण्डेय ने किया।
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