विद्युत आपूर्ति की बदहाली पर फूटा ग्रामीणों का गुस्सा
"या तो बिजली व्यवस्था सुधारी जाए या हम तालाबंदी को बाध्य होंगे," – यह चेतावनी ग्रामीणों ने एसडीओ अमरनाथ यादव और जेई राजेन्द्र सिंह के सामने रखी।
जगकर भरनी पड़ रही पानी की टंकी
कर्तिहा गांव के प्रधान कासिद ने बताया कि बिजली न रहने के कारण रात भर जागकर पानी की टंकी भरनी पड़ रही है। खेतों की सिंचाई पूरी तरह ठप है। वहीं सुल्तानपुर गांव के प्रधान सुशील कुमार विश्वकर्मा ने ऊर्जा मंत्री को भेजे गए ट्रांसफार्मर की स्टीमेट रिपोर्ट चार महीने बाद भी लंबित होने पर नाराजगी जताई।
ट्रांसफॉर्मर जलने पर वसूला जा रहा चंदा
दरियावगंज निवासी शैलेश यादव ने बताया कि ट्रांसफॉर्मर की खूंटी तक जल चुकी है और अब मरम्मत के नाम पर ग्रामीणों से चंदा वसूला जा रहा है।
ग्रामीणों का आक्रोश, जेई रहे निशाने पर
प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों का गुस्सा जेई पर खासा देखने को मिला। कड़ी नारेबाजी और हंगामे के बाद अधिकारियों ने 26 जुलाई तक सुधार का लिखित आश्वासन दिया, जिसके बाद भीड़ शांत हुई।
एसडीओ ने स्वीकारा कि प्रमुख समस्या ओवरलोडिंग है, जिसका समाधान शीघ्र किए जाने का भरोसा दिलाया।
मौके पर मौजूद रहे ये प्रमुख लोग
पूर्व प्रधान अमित सिंह, राणा प्रताप सिंह, अवनीश दूबे, राजू सिंह, सर्वेश दूबे, राहुल यादव, अभय राय, मोनू यादव, सुभाष बीडीसी, पिंटू चौहान, छोटू चौहान समेत सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे।
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