दरोगा सहित चार पुलिस कर्मियों को पुलिस अधीक्षक ने किया निलम्बित, जाने क्या रहा कारण

 

उच्च न्यायालय संबंधी प्रकरणों व चरित्र सत्यापन में लापरवाही बरतने वाले एसआई सहित चार पुलिस कर्मियों को एसपी ने निलंबित कर दिया है। साथ ही उक्त मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
ठेकेदार बृजेंद्र यादव ने चरित्र प्रमाणपत्र जारी करने के लिए आवेदन किया था। काफी समय बीतने के बाद भी जब उसे चरित्र प्रमाणपत्र जारी नहीं हुआ तो वह हाईकोर्ट पहुंच गया। उसने कोर्ट को बताया कि वह जिला पंचायत सहित कई संस्थानों का ठेकेदार है। पंजीकरण के नवीनीकरण के लिए उसे चरित्र प्रमाणपत्र की आवश्यकता है। उसके खिलाफ कोई केस नहीं है। उसके भाई के खिलाफ दर्ज आपराधिक केस के कारण उसे प्रमाण जारी नहीं किया जा रहा है। इससे उसका भारी नुकसान हो रहा है। कोर्ट ने जब इस संबंध में जानकारी मांगी तो सरकारी वकील ने अतिरिक्त समय मांगा और सही जानकारी न हो पाने के कारण कोई सहयोग करने में असमर्थता जाहिर की। इस पर कोर्ट ने 22 दिसंबर को डीएम और एसपी को स्पष्टीकरण के साथ पेश होने का निर्देश दिया। वहीं इस मामले में लापरवाही मिलने पर एसपी अनुराग आर्य ने बुधवार को पुलिस कार्यालय के प्रधान लिपिक दुर्गेश सिंह, सिधारी थाने के उप निरीक्षक मेहरे आलम, आरक्षी सत्य प्रकाश और आरक्षी धीरज गुप्ता को निलंबित कर दिया। एसपी अनुराग आर्य ने बताया कि उच्च न्यायालय संबंधी प्रकरणों व चरित्र सत्यापन में लापरवाही बरतने पर इनके खिलाफ कार्रवाई की गई है।

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