किसान संघ का ऐलान: 8 दिसम्बर को होगा भारत बन्द



कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन बढ़ता ही जा रहा है। लगातार नौ दिनों से दिल्ली के बॉर्डर पर धरना दे रहे किसानों की अब तक सरकार के साथ चार बार वार्ता हुई लेकिन सब बेनतीजा साबित हुईं। 5 दिसंबर को एक बार फिर दोनों पक्षों के बीच बैठक होनी है लेकिन उससे पहले आज भारतीय किसान संघ ने बड़ा एलान कर दिया। 8 दिसंबर को किसान संघ ने भारत बंद का आह्वाहन किया है तो वहीं कल प्रधानमंत्री का पुतला जलाने की तैयारी की जा रही है।
दरअसल, मोदी सरकार ने संसद सत्र के दौरान कृषि संबंधी तीन बिलों को पास करवाया, जिसके बाद राष्ट्रपति की अनुमति होने पर कृषि कानूनों को लागू कर दिया गया। इस दौरान किसानों समेत कई दलों और राज्य सरकारों ने इसका जमकर विरोध किया। हरियाणा पंजाब के किसानों ने तो रेल रोको अभियान और भारत बंद तक का आह्वाहन कर डाला।
हालंकि सरकार का इसपर कोई असर देखने को नहीं मिला। जिसके बाद किसानों ने दिल्ली घेर ली और लगभग नौ दिनों से कृषि कानून के खलाफ किसानों का आंदोलन जारी है। किसानों को दिल्ली के बॉर्डर पर ही रोक दिया गया। उन्होंने सिंधु बॉर्डर समेत अन्य सभी सीमाओं पर डेरा जमा लिया है। हरियाणा पंजाब गुजरात और यूपी के किसान हजारों की तादाद में दिल्ली सीमा पर आंदोलन कर रहे हैं।
इस दौरान उन्होंने सरकार के सामने आठ मांगे रखी तो वहीं कई आपत्तियाँ जताई। अब तक चार स्तर पर किसान नेताओं की सरकार से बातचीत हो चुकी हैं लेकिन कोई हल नहीं निकला। बीते दिन भी 40 किसान नेताओं ने दिल्ली के विज्ञान भवन ने सरकार के साथ बैठक की। इसके 5 दिसंबर को दोनों पक्षों के बीच बैठक तय हुई लेकिन शायद किसानों को उम्मीद है कि कल की बैठक भी बेनतीजा हो जाये।
यही वजह है कि भारतीय किसान संघ ने 8 दिसंबर को कृषि कानूनों के खिलाफ भारत बंद का एलान किया है। इसके अलावा किसानों ने घोषणा की है कि अगर 5 दिसंबर तक कानून वापस नहीं लिए गए तो दिल्ली में चक्का जाम कर दिया जायेगा। कल दिल्ली के कई और रास्ते व रोड ब्लॉक किये जा सकते हैं। वहीं इस दौरान किसान जगह जगह पीएम मोदी का पुतला जलाने की तैयारी में भी है।

Comments

Popular posts from this blog

चिकित्सक दिवस पर भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ द्वारा चिकित्सक को सम्मानित किया गया

*यूपी में पंचायत चुनाव 2026 की तैयारियां तेज, ग्राम पंचायतों के पुनर्गठन और परिसीमन की प्रक्रिया आज से शुरू*

**"गोंड वीरांगना महारानी दुर्गावती के 461वें बलिदान दिवस पर जोरदार मांगें: जाति प्रमाण पत्र, प्रतिमा स्थापना और आरक्षण की माँग"**