अजीत हत्या काण्ड में आरोपित पूर्व सांसद धनन्जय सिंह की गिरफ्तारी हेतु इनाम घोषित


लखनऊ के थाना विभूति खण्ड स्थित कठौता चौराहा पर अजीत सिंह हत्या काण्ड में आरोपित होने के बाद पुलिस ने धनन्जय सिंह को इनामियां अपराधी किया घोषित 

जौनपुर।  बाहुबली नेता एवं पूर्व सांसद धनंजय सिंह की गिरफ्तारी के लिए उनके उपर लखनऊ पुलिस ने 25 हजार रुपए का इनाम घोषित कर दिया है। धनन्जय सिंह को अजीत सिंह हत्‍याकांड में पुलिस ने वांटेड किया हैं। तभी से पुलिस उनकी तलाश कर रही है लेकिन वह लगातार फरार चल रहे हैं। पूर्व सांसद धनन्जय सिंह के उपर लखनऊ पुलिस द्वारा इनाम घोषित होने की खबर वायरल होते ही जनपद जौनपुर में भी गली चट्टी चौराहे पर चर्चा शुरू हो गयी है। हलांकि उनके पिता जी लखनऊ पुलिस को आरोपित करते हैं कि पूर्व सांसद धनन्जय सिंह को गलत तरीके से फंसाया जा रहा है।  
बीते 3 मार्च 21को पुलिस ने धनन्जय सिंह के चार ठिकानों पर छापा मारा लेकिन उनका कोई सुराग हाथ नहीं लगा। पूर्व सांसद विगत 06 जनवरी 21 की रात में लखनऊ के थाना विभूति खण्ड स्थित कठौता चौराहे पर हुए गैंगवार में मऊ मुहम्मदाबाद गोहाना के पूर्व उप ज्येष्ठ प्रमुख अजीत सिंह की हत्या में वांक्षित बताये जा रहे हैं। पुलिस के पास उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट भी है। यह वारंट जारी होने के बाद से ही वह फरार चल रहे हैं।
धनंजय के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट लेने के बाद पुलिस कई दिन से शांत बैठी हुई थी। लेकिन   अचानक एसीपी विभूति खण्ड लखनऊ के नेतृत्व में  03 मार्च  21 की रात से धनन्जय सिंह  की तलाश में उसके कुर्सी रोड स्थित आवास, शारदा व स्वास्तिक सिटी अहियामऊ अपार्टमेंट सहित  सुसांत गोल्फ सिटी और उसके बेहद करीबी साथी के मालवीय नगर स्थित आवास पर ताबड़तोड़ दबिश दी गई। पुलिस ने एक बर्खास्त सिपाही के घर भी दबिश दी लेकिन धनंजय का पता नहीं चला। इस दौरान दो ठिकानों से तीन लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। इन तीनों को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। पुलिस को अजीत सिंह हत्‍याकांड में अन्‍य तीन शूटरों रवि यादव, राजेश तोमर, शिवेंद्र सिंह उर्फ अंकुर की भी तलाश है। वहीं खबर हैै कि एक शूटर मुस्तफा उर्फ बंटी को बागपत पुलिस ने कुछ दिन पहले उत्तराखंड से पकड़ लिया था। पर, उसकी गिरफ्तारी की पुष्टि बागपत पुलिस ने अभी तक नहीं की है। 
इस बीच पुलिस को खबर मिली कि धनंजय सिंह दिल्‍ली के एक वकील के संपर्क में है। इस सूचना पर पुलिस की एक टीम ने दिल्ली में भी दो स्‍थानों पर दबिश दी लेकिन पूर्व सांसद हाथ नहीं लगे। 
 यहाँ बतादे कि घटना के बाद अजीत के साथ मौजूद मोहर सिंह ने थाना विभूति खण्ड स्थित गोमती नगर में मु.अ.सं. 15/21 से धारा 302, 307, 201, 212, 176, 120बी, एवं  34 आईपीसी के तहत एफआईआर करायी थी कि आजमगढ़ जेल में बंद कुंटू सिंह और अखण्ड सिंह ने गिरधारी के जरिये हत्या करवायी गयी  है। गिरधारी ने पांच शूटरों के साथ अजीत की हत्या की थी। गिरधारी को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है । इसके बाद ही पुलिस ने सांसद धनंजय सिंह को गिरधारी के बयान के आधार पर हत्या की साजिश में शामिल होने का आरोपी बनाया था। इसके साथ ही धनंजय पर एक घायल शूटर राजेश तोमर का लखनऊ और सुलतानपुर में इलाज कराने में मदद करने का भी आरोप है। पुलिस ने  धनन्जय सिंह की गिरफ्तारी के लिए 25 हजार रुपये का इनाम घोषित करने के बाद अब उनकी लखनऊ,  जौनपुर, सुल्तानपुर की सम्पत्तियों को चिन्हित करने में जुटी हुई हैं। संभावना है कि गिरफ्तारी न होने पर पुलिस बड़ी कार्रवाई कर सकती है ऐसा संकेत मिल रहा है। 

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