**खेतों में लौटी रौनक, धान की रोपाई में जुट गये अन्नदाता**
गर्मी उमस के बावजूद धान की रोपाई ने पकड़ी रफ्तार
जौनपुर। मानसून की शुरुआती आहट के साथ ही अन्नदाता खेतों में धान की रोपाई की जुगत में लग गये हैं। हालाँकि तीखी धूप और उमस के बावजूद किसानों द्वारा क्षेत्र में कई स्थानों पर धान की रोपाई का कार्य आरंभ हो गया है। खासकर वे किसान जिन्होंने मई के आखिरी सप्ताह में ही धान की नर्सरी डाल दी थी,अब रोपाई में जुट गए हैं। कुछ किसानों को नहरों में पानी मिलने से सिंचाई में सुविधा मिल रही है, वहीं ज्यादातर किसान निजी पंपिंग सेट के सहारे ही खेतों में पानी पहुंचा रहे हैं।
गैरवाह हरनावल निवासी दूरदर्शी किसान सूर्यभान यादव ने बताया कि हमने समय से नर्सरी डाल दी थी। बारिश में देर हो रही है, लेकिन सिंचाई के लिए पंपिंग सेट की मदद से हम रोपाई शुरू कर चुके हैं। उम्मीद है कि मौसम साथ देगा तो पैदावार अच्छी होगी।" सुइथाकला, समोधपुर,अर्शिया, बांधगाँव और गैरवाह सहित शारदा सहायक नहर से सटे दर्जनों गांवों में धान की रोपाई ने अब रफ्तार पकड़ ली है
जनपद में कुल लगभग 153641 हेक्टेयर क्षेत्र में किसान धान की खेती करते हैं। आंकड़ों के अनुसार जनपद में कुल 244648 हेक्टेयर सिंचित क्षेत्र हैं जिसमें लगभग 65912 हेक्टेयर नहर से व 178736 हेक्टेयर क्षेत्र की सिंचाई पम्पिंग सेट/बोरवेल पर निर्भर है। यह दर दिखाती है कि जिले में केवल 27% भाग नहर से व अधिकांश 73% भाग पंपिंग सेट/बोरवेल द्वारा सिंचित होता है। आज भी कई जगह नहर का नहीं पहुंचने के कारण जिले के किसान पारम्परिक नहर की कमी को पम्पिंग सेट से पूरा कर रहे हैं जो भविष्य में भू जल संकट के दृष्टिगत चिंता का विषय हो सकता है।
Comments
Post a Comment