कृषि बिल के समर्थन में प्रदर्शन करने गये भाजपाईयों को जब किसानों ने खदेड़ा


कृषि कानून के खिलाफ किसानों का विरोध और हंगामा सिर्फ दिल्ली की सीमाओं तक सीमित नहीं है। पूरे देश में इसका विरोध किसान कर रहे हैं। ताजा एक मामला हरियाणा से सामने आया है, जिसमें आक्रोशित किसानों ने भारतीय जनता पार्टी के कार्यक्रम में किसानों ने हल्ला बोलते  हुए पार्टी नेताओं कार्यकर्ताओं को दौड़ा लिया। किसानों ने भाजपा के कार्यक्रम के लिए लगे टेंट को भी उखाड़ फेंक दिया । मौके पर एसपी ने पहुँच किसानों को समझाने की कोशिश की लेकिन उनका गुस्सा शांत न करा सकें।
दरअसल, हरियाणा के फतेहाबाद में पपीहा पार्क के पास शनिवार को भारतीय जनता पार्टी ने कृषि कानूनों पर आभार जताने के लिए उपवास कार्यक्रम आयोजित किया। हालंकि इस कार्यक्रम की जानकारी जैसे ही किसानों को हुई, वे मौके पर पहुँच गए। किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने बैरिकेड लगा दी थी, लेकिन कोशिश असफल रही। किसान बैरिकेड तोड़ कर भाजपा के उपवास स्थल पर पहुँच गए और टेंट उखाड़ फेंके। किसानों में कार्यक्रम स्थल पर मौजूद भाजपाइयों को चारों तरफ से घेर लिया और भाजपायी वहीं बैठकर कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे।
इस दौरान उन्होंने भाजपा के जिलाध्यक्ष और अन्य नेताओं को जमकर खरी खोटी सुनाई। लगभग एक घंटे तक किसान भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को घेरे रहे। हालंकि हालात बेकाबू होते देख पार्टी नेताओ ने एसपी को सूचना दी। जानकारी मिलते ही एसपी कई थानों की पुलिस के साथ मौके पर पहुंच गए और किसानों को वहां से हटने के लिए समझने लगे। हालाँकि किसान नहीं माने, ऐसे में एसपी ने भाजपा नेताओं को कार्यक्रम स्थल से हट जाने के लिए कहा और वहां से बाहर निकाला। भाजपाइयों को घेर कर बैठे किसानों ने विरोध में उन्हें दौड़ाना शुरू कर दिया। गलियों में खदेड़ते हुए भगा दिया। इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष बलदेव सिंह ग्रोहा की पगड़ी तक खुल गई। कुछ भाजपा नेताओं को पुलिस की गाड़ियों में बैठा कर बाहर निकलवाया गया।

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