60 घन्टे बीतने के बाद भी पुलिस लुटेरो का पता लगाने में रही अस्मर्थ, लुटेरो की सूचना देने वालो को मिलेगा एक लाख रुपए इनाम
मिर्जापुर के बेलतर के समीप गार्ड की हत्या कर कैश वैन से 35 लाख रुपये लूटने वाले बदमाशों की तलाश में पुलिस, क्राइम ब्रांच और एसटीएफ की अलग-अलग टीमें जुटी हैं। मगर, घटना के 60 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। पुलिस को अपराधियों के बारे में अब तक कोई ठोस सुराग हाथ नहीं लग सका है। यह भी स्पष्ट नहीं हो सका कि वारदात को अंजाम देने वाले बदमाश आखिर कहां के थे?
दिनदिहाड़े इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने वाले बदमाशों की पहचान या उनसे संबंधित सूचना देने वाले व्यक्ति को अपर पुलिस महानिदेशक वाराणसी जोन की ओर से एक लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा। बदमाशों की पहचान बताने वाले व्यक्ति का नाम व पता गोपनीय रखा जाएगा।
मिर्जापुर की कटरा कोतवाली क्षेत्र के बेलतर के समीप मंगलवार दोपहर बदमाशों ने सरेराह गार्ड की हत्या कर कैश वैन से 35 लाख रुपये लूट लिए थे। इस दौरान तीन अन्य लोगों को भी गोली मार कर उनकी हत्या का प्रयास किया गया। पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम सीसीटीवी फुटेज के आधार पर छानबीन में जुटी है।
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज से मिले बदमाश के फोटो और वाहन का फोटो जारी कर आरोपियों के बारे में सूचना देने वालों को एक लाख के पुरस्कार देने की घोषणा की। एडीजी जोन वाराणसी रामकुमार मंगलवार से जिले में डटे हैं। पूर्वांचल के सभी जिलों के साथ बिहार और मध्य प्रदेश के बार्डर पर भी अपराधियों के बारे में पता कराया जा रहा है। तेज तर्रार पुलिस अधिकारियों को लगाया गया है लेकिन अब तक कोई सफलता नहीं मिली है।
दिनदहाड़े व्यस्ततम मार्ग पर लूट और हत्याकांड की घटना को लेकर लोगों की जुबान पर इस समय मिर्जापुर वेब सीरीज की सिरीज की चर्चा है। चर्चित वेब सीरीज मिर्जापुर अपराध पर आधारित है। इस सीरीज का नाम मिर्जापुर होने पर लोगों ने विरोध भी किया था। लोगों का कहना था कि मिर्जापुर शांत शहर है। वेब सीरीज में गलत दिखाया गया है, पर बैंक लूट घटना के बाद लोगों के जुबान पर यही है कि ये तो मिर्जापुर वेब सीरीज जैसा कांड हो गया।
पुलिस टीम बेलतर और फिर झिंगुरा के पास जहां पर कैश बाक्स को फेंका गया था वहां पर सर्विलांस के जरिये मोबाइल नंबरों की तलाश कर रही है। बदमाशों के पास मोबाइल था, जो सीसी टीवी फुटेज में दिख रहा है। अब मोबाइल स्विच आफ नहीं होगा तो पुलिस को उनको पकड़ने में सुराग मिल सकता है। इसे अलावा दोनों गाड़ी नंबरों को भी ट्रेस किया जा रहा है। माना जा रहा है कि गाड़ी नंबर फर्जी होगा, पर पुलिस उसकी भी तहकीकात कर रही है।
बदमाश घटना के 33 मिनट पहले आ गए थे। चारों बैंक से चंद कदम की दूरी पर मोड़ के पास हेलमेट लगाकर मौजूद थे। दोनों बाइक सवार मोड़ के दोनों कोने पर खड़े थे। हाथ में असलहा लिए खड़े थे, पर किसी की नजर नहीं पड़ी। एक सीसी टीवी फुटेज सामने आया है। इसमें दिखाई दे रहा है कि बदमाश जिस रास्ते भागे थे, उसी रास्ते आकर बाइक को पहले से भागने वाले रास्ते की ओर खड़ा करते हैं। एक ओर अपाचे बाइक सवार और दूसरी ओर दूसरा सवार बाइक खड़ी करता है।
अपाचे बाइक सवार 12 बजकर 17 मिनट पर बाइक खड़ी करता है। पीछे बैठा बदमाश सफेद रंग के कपड़े पहने है। वह टोपी लगाए है। काली व सफेद दाढ़ी है। उसने हाथ में हेलमेट लिया है। जिस हाथ से हेलमेट पकड़ा है, उसमें असलहा भी है। दूसरे हाथ से बोतल से पानी पीता है। लगभग 33 मिनट के इंतजार के बाद 12 बजकर 50 मिनट पर जब बैंक के बाहर वैन का दरवाजा खुलता है तो सभी हेलमेट में पीछे से आकर गार्ड और कैशियर को गोली मारकर बक्सा और बैग लूटकर भागते हैं।
एक बदमाश की बाइक से एक राहगीर टकराता है तो उसे गोली मारते है। 10 सेकेंड रुकने के बाद 12 बजर 51 मिनट पर पहले बैग लिए और फिर बाक्स लिए अपाचे वाला निकलता है। आधे घंटे तक हेलमेट लगाकर असलहा लेकर बदमाश संदिग्ध रुप से बैंक के पास रहे, पर किसी को इसकी भनक नहीं लगी।
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