*एंटीकरप्शन टीम ने थाने पर तैनात हेडमोहर्रिल को पांच हजार लेते पकड़ा, पूर्व के वर्दी में लूटेरे एबीएस चौकी प्रभारी हरिश्चंद्र सिंह की याद हुई ताजा।*
जौनपुर। जिले के सरपतहां थाने में बुधवार दोपहर उस वक्त हड़कंप मच गया जब वाराणसी से आई एंटी करप्शन टीम ने थाने पर तैनात हेड मोहर्रिर मुंशी हरिनाम को पांच हजार रुपए घूस लेते हुए रंगे हाथ धर दबोचा। करीब 11 बजे हुई इस कार्रवाई के दौरान थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों और आमजन के बीच अफरातफरी मच गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, हेड मोहर्रिर हरिनाम पर पट्टी नरेंद्रपुर निवासी शिकायतकर्ता विपिन मौर्या से एक मामले में पैरवी के एवज में लगातार दस हजार रुपए की मांग करने का आरोप था। तंग आकर शिकायतकर्ता ने इसकी जानकारी एंटी करप्शन टीम को दी। तय योजना के अनुसार, टीम ने जाल बिछाया और जैसे ही हरिनाम घूस को रकम के हिस्से से पांच हजार देते समय स्वीकार किया जा रहा था। एंटीकरप्शन टीम ने उसे रंगे हाथ धर दबोचा। गिरफ्तारी के बाद आरोपी हेडमोहर्रिर को टीम सीधे थाने से ही अपने साथ जिला मुख्यालय ले गई, जहां आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है। इस अचानक हुई कार्रवाई से पूरे थाने में सन्नाटा पसरा रहा, और पुलिसकर्मियों के चेहरों पर तनाव साफ झलक रहा था। स्थानीय लोगों में चर्चा का बाजार गर्म है। कई लोग इसे ‘बर्फ के नीचे छुपी आग’ बताते हुए कहते हैं कि ऐसे मामलों की तह तक जाना बेहद जरूरी है। आमजन का कहना है कि यह तो सिर्फ एक चेहरा है, जांच हो तो और भी कई परतें खुल सकती हैं।
प्रशासन पर उठे सवाल.....इस घटना ने एक बार फिर पुलिस महकमे की कार्यप्रणाली और भ्रष्टाचार पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। फिलहाल पूरे जिले में इस सनसनीखेज गिरफ्तारी की चर्चा जोरों पर है। यह नई बात भी नहीं है।
*पुलिस के रूप में एक लूटेरा पूर्व में भी जौनपुर में मौजूद रहा जिससे लोग त्राहिमाम कर रखे थे।.....जो जौनपुर के महराजगंज थाना क्षेत्र के एबीएस चौकी इंचार्ज के रूप में तैनात रहा, यह जिले का सबसे भ्रष्ट और रिश्वतखोर मानवता को मारकर पीनेवाले उप निरीक्षक हरिश्चंद्र सिंह था। जो चौकी क्षेत्र के लोगों को प्रशासन और भगवान से भी बिना डरे खुब अंधाधुंध लूटा तीन साल, लेकिन चतुराई से चौकी के सेट किए गए दलालों की वजह से बचता गया और जनता को लूटकर मालामाल हो गया।*
*रेप, मर्डर, जालसाजे, तथा अपराधियों से रूपये काट कर मजे करवाने का चर्चित रहा उपनिरीक्षक हरिश्चंद्र सिंह, राजनीतिक चमाचागीरी के चलते जनता के तमाम शिकायतों पर कुछ नहीं हो रहा था पर जैसे ही जिले में तैनात हुए तेजतर्रार पुलिस अधीक्षक डॉ. अजय पाल शर्मा और उन्हें भनक लगी वैसे ही उसे एक ही झटके में एबीएस चौकी से हटाया गया। कुछ दिन जिले में भटका हरिश्चंद्र सिंह फिर जौनपुर वाले के साथ भगवान बड़ा सुक्र हुआ जो जनपदिय हस्तांतरण में जिले से इस समय गाजीपुर जिले में चला गया। लोग बताते हैं कि वहां भी अपना दलाल सेट करके तैनात थाने पर लूटपाट का कारनामा जारी रखा हुआ है। बताते हैं कि मानवता मारकर लूटपाट करता है वर्दी के नाम पर बड़ा प्रश्न चिन्ह है हरिश्चंद्र सिंह ऐसी लोगो की चर्चा हमेशा होती रहती है।
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