बर्खास्त सिपाही की धमकी वीडियो वायरल होते ही पुलिस विभाग में मची खलबली



 बस्ती के बर्खास्त सिपाही ने गोरखपुर में सीरियल मर्डर करने की धमकी देकर सनसनी फैला दी है। इंटरनेट मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद हरकत में आई कैंट पुलिस ने कुशीनगर के रहने वाले सिपाही के खिलाफ धमकी और आईटी एक्ट का मुकदमा दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है। साइबर सेल और सर्विलांस टीम की मदद से सिपाही के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। सूचना है कि बस्ती पुलिस ने भी बर्खास्त सिपाही के खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज किया है।

कुशीनगर जिले का रहने वाला सिपाही दिग्विजय राय बस्ती जिले के कप्तानगंज थाने में तैनात था। तीन और चार दिसंबर 2020 को इसकी ओर से पुलिस लाइन में अमर्यादित व्यवहार भी किया गया। अधिकारियों के बारे में अनर्गल प्रलाप किया गया। इंटरनेट मीडिया पर वीडियो भी अपलोड किया गया। 10 दिसंबर को वापस आने के बाद आरोपित सिपाही ने पुलिस लाइन में हंगामा खड़ा कर दिया, कुर्सियां तोड़ी। इसके बाद फिर फेसबुक पर लाइव होकर एक अमर्यादित पोस्ट डाली दी। मामले का संज्ञान लेते हुए एसपी हेमराज मीणा उसे बर्खास्त कर दिया। जिसके बाद दिग्विजय ने कप्तान को जान से मारने की धमकी दे दी। अधिकारियों के आदेश पर मुकदमा दर्ज कर कप्तानगंज पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था

दो दिन पहले दिग्विजय ने फेसबुक पर लाइव होकर गोरखपुर पुलिस को चैलेंज देते हुए कहा कि शहर में लगातार तीन हत्या करेगा। गोरखपुर पुलिस के अंदर दम है तो रोक ले। 14 फरवरी को मोहद्दीपुर में पहली हत्या करेगा। हत्या किसकी और क्यों करेगा यह वारदात के बाद ही पता चलेगा। इंटरनेट मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद हरकत में आयी गोरखपुर पुलिस ने सिपाही की खोजबीन शुरू कर दी। डीआइजी/एसएसपी जोगिंदर कुमार के आदेश पर मोहद्दीपुर चौकी प्रभारी अरविंद सिंह ने बर्खास्त सिपाही के खिलाफ धमकी और आईटी एक्ट का कैंट थाने में केस दर्ज कराया। सीओ कैंट सुमित शुक्ला ने बताया है कि शहर में हत्या करने की धमकी देने वाले बर्खास्त सिपाही की तलाश चल रही है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

Comments

Popular posts from this blog

बाहुबली नेता धनंजय सिंह की जमानत याचिका में स्थगन के मुद्दे पर न्यायाधीश की तल्ख टिप्पणी पर जानें क्या निकाले जा रहे है मायने

स्कूल जाते समय तेज धूप के कारण गश खाकर गिरी कक्षा तीन की छात्रा उपचार के दौरान हो गई मौत

जानिए जेल से कब तक बाहर आ सकते है पूर्व सांसद धनंजय सिंह और क्या होगा उनका राजनैतिक भविष्य