कोरोना से जिन्दगी की जंग लड़ते लड़ते आज हार गया एक युवा पत्रकार, पीजीआई में निधन


कोरोना संक्रमण से जंग लड़ते हुए आज एक युवा पत्रकार ने फिर जिन्दगी की जंग हार गया है। जी हां लखनऊ में फर्क इन्डिया के सम्पादक एवं युवा पत्रकार अखिलेश कृष्ण मोहन विगत एक माह से कोरोना से संक्रमित हो गये थे। संक्रमित होने के बाद पहले तो किसी प्राइवेट अस्पताल में उपचार करा रहे थे जब राहत नहीं मिली तो पीजीआई लखनऊ में भर्ती हुए।खबर है कि आक्सीजन की कमी के कारण आज सुबह इस युवा पत्रकार की सांसे थम गयी। 
अखिलेश के निधन की खबर आते ही मीडिया जगत शोक छा गया है। अखिलेश का जनपद जौनपुर से गहरा लगाव था उनके तमाम शुभ चिन्तक जनपद में थे सभी लोगों ने शोक संवेदना व्यक्त किया है। साथ ही मृतक के परिजनों को इस अपार दुःख की घड़ी में सहन शक्ति प्रदान करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना किया है। 
अखिलेश के निधन से मीडिया जगत को एक बड़ी अपूर्णीय क्षति हुई है। कोरोना ने एक साहसी और निर्भीक पत्रकार जो सच के साथ जनता की आवाज बनता था को हमसे छीन लिया है। शोक संवेदना व्यक्त करने वालों में जौनपुर प्रेस क्लब के अध्यक्ष कपिल देव मौर्य, महामंत्री शम्भू नाथ सिंह, वरिष्ठ पत्रकार लोलारक दूबे, राजेश श्रीवास्तव, राज कुमार सिंह, उपाध्यक्ष गण बृजेश यदुबंशी, फूलचन्द यादव, आशीष पाण्डेय,मो अब्बास, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पूर्व अध्यक्ष हसनैन कमर दीपू, राम जी जायसवाल, राम श्रिंगार शुक्ला उर्फ गदेला, राकेश कान्त पाण्डेय,दीपक सिंह रिन्कू,छोटे लाल राजपूत,मनीष श्रीवास्तव, अरूण कुमार श्रीवास्तव डाॅ लल्लन मौर्य, कमलेश मौर्य, शशि मौर्य आदि पत्रकारों सहित एम एल सी  विधा सागर सोनकर, समाज सेवी रमा कान्त यादव, डाॅ केपी यादव, मो हसन पीजी कालेज के प्राचार्य डॉ अब्दुल कादिर,पूर्वांचल विश्वविद्यालय राकेश यादव, सपा नेत्री पूनम मौर्या,उदल यादव आदि ने शोक जताया है।  

Comments

Popular posts from this blog

धनंजय की जमानत के मामले में फैसला सुरक्षित, अगले सप्ताह आयेगा निर्णय

धनंजय सिंह को जौनपुर जेल से बरेली जेल भेजा गया

धनंजय सिंह को जौनपुर की जेल से बरेली भेजने की असली कहांनी क्या है,जानिए क्या है असली खेल