राजकीय महाविद्यालय गहमर, गाजीपुर के छात्रों को राहत: पूर्व सत्र के अनुसार पूरी होगी स्नातक शिक्षा
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग हॉल में कार्य परिषद की आकस्मिक बैठक कुलपति प्रो. वंदना सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में ऑनलाइन एवं ऑफलाइन दोनों माध्यमों से सदस्य शामिल हुए।
बैठक में राजकीय महाविद्यालय, गहमर (गाजीपुर) के पठन-पाठन से संबंधित विषय पर छात्रहित में महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया। कार्य परिषद ने तय किया कि सत्र 2024-25 में अध्ययनरत विद्यार्थियों को उनकी शेष दो वर्षों की स्नातक शिक्षा उसी महाविद्यालय से पूर्व सत्र के अनुसार पूरी करने की अनुमति दी जाएगी।
कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार सिंह ने जानकारी दी कि सत्र 2025-26 से यह महाविद्यालय उत्तर प्रदेश शासन द्वारा राजकीय महाविद्यालय के रूप में संचालित होगा। इसके पूर्व यह विश्वविद्यालय का संघटक महाविद्यालय था।
डॉ. सिंह ने बताया कि जिन विषयों में स्नातक पाठ्यक्रम शासन द्वारा प्रारंभ नहीं किया गया है, उनके विद्यार्थियों के लिए पूर्व में अन्य महाविद्यालयों में प्रवेश लेने का निर्णय लिया गया था। लेकिन छात्रों द्वारा अन्य महाविद्यालय में स्थानांतरण न करने का अनुरोध किया गया। उनके शैक्षिक हितों को ध्यान में रखते हुए, कार्य परिषद ने यह निर्णय लिया कि सत्र 2024-25 में प्रवेशित छात्रों की पढ़ाई उसी महाविद्यालय से पूर्ववत रूप में जारी रहेगी।
बैठक में कार्य परिषद के सदस्य प्रो. राजेश शर्मा, प्रो. माया शंकर, प्रो. रमेश कुमार, प्रो. बेचन शर्मा, प्रो. रामनारायण, डॉ. प्रमोद कुमार, डॉ. सुशील कुमार, प्रो. अजय शुक्ला, प्रो. सुरेश कुमार पाठक, प्रो. पीयूष वर्मा, वित्त अधिकारी आत्म प्रकाश धर द्विवेदी, उपकुलसचिव अमृतलाल, बबीता सिंह तथा अजीत सिंह उपस्थित रहे
बैठक में राजकीय महाविद्यालय, गहमर (गाजीपुर) के पठन-पाठन से संबंधित विषय पर छात्रहित में महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया। कार्य परिषद ने तय किया कि सत्र 2024-25 में अध्ययनरत विद्यार्थियों को उनकी शेष दो वर्षों की स्नातक शिक्षा उसी महाविद्यालय से पूर्व सत्र के अनुसार पूरी करने की अनुमति दी जाएगी।
कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार सिंह ने जानकारी दी कि सत्र 2025-26 से यह महाविद्यालय उत्तर प्रदेश शासन द्वारा राजकीय महाविद्यालय के रूप में संचालित होगा। इसके पूर्व यह विश्वविद्यालय का संघटक महाविद्यालय था।
डॉ. सिंह ने बताया कि जिन विषयों में स्नातक पाठ्यक्रम शासन द्वारा प्रारंभ नहीं किया गया है, उनके विद्यार्थियों के लिए पूर्व में अन्य महाविद्यालयों में प्रवेश लेने का निर्णय लिया गया था। लेकिन छात्रों द्वारा अन्य महाविद्यालय में स्थानांतरण न करने का अनुरोध किया गया। उनके शैक्षिक हितों को ध्यान में रखते हुए, कार्य परिषद ने यह निर्णय लिया कि सत्र 2024-25 में प्रवेशित छात्रों की पढ़ाई उसी महाविद्यालय से पूर्ववत रूप में जारी रहेगी।
बैठक में कार्य परिषद के सदस्य प्रो. राजेश शर्मा, प्रो. माया शंकर, प्रो. रमेश कुमार, प्रो. बेचन शर्मा, प्रो. रामनारायण, डॉ. प्रमोद कुमार, डॉ. सुशील कुमार, प्रो. अजय शुक्ला, प्रो. सुरेश कुमार पाठक, प्रो. पीयूष वर्मा, वित्त अधिकारी आत्म प्रकाश धर द्विवेदी, उपकुलसचिव अमृतलाल, बबीता सिंह तथा अजीत सिंह उपस्थित रहे
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