समान अधिकार एवं अवसर तथा संसाधन से ही होंगी लैंगिक समानता - प्रो निर्मला एस मौर्य
जौनपुर। भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा प्रायोजित एवं व्यवसाय प्रबंधन विभाग, वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय और सेंटर फॉर एकेडमिक लीडरशिप एवं एजुकेशन मैनेजमेंट [CALEM],अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालया द्वारा सात दिवसीय ऑनलाइन एकडमिक नेतृत्व प्रशिक्षण कोर्स का उद्घाटन कुलपति पूर्वांचल विश्वविद्यालय प्रो निर्मला एस मौर्य द्वारा किया गया।
इस अवसर पर उद्घाटन के उपरांत लैंगिक समानता बिषय पर अपना व्याख्यान देते हुए कुलपति प्रो मौर्य ने कहा कि समाज में महिलाओं को समान अधिकार, समान संसाधन, समान अवसर एवं समान सुरक्षा से ही लैंगिक समानता हासिल किया जा सकता है l
कुलपति ने कहा शिक्षा के क्षेत्र में महिलाओं की प्रतिभाग को बढ़ाना चाहिए । भारत में जेंडर इनइक्वलिटी(GII) इंडेक्स 0.56 है जो की विश्व की औसत 0.45 से भी कम हैl भारत में केवल 6.6% विश्वविद्यालय में महिला कुलपति नेतृत्व कर रहीं हैं l केंद्रीय विश्वविद्यालय में यह संख्या 9.8% है जब की राज्य विश्विदयालाएं में केवल 8.61% कुलपति महिलाएं हैं l आईआईटी, आईआईएम जैसे राष्ट्रीय महत्वपूर्ण संस्थाओं में 5.47% महिला कुलपति कार्यरत्त है। सिलेक्शन कमिटी में कम महिला का होना, महिलाओं का रुचि में केवल शिक्षण का होना एवं प्रशासनिक पदों पर आवेदन ना करना आदि उच्छ शिक्षा में लैंगिक आसामनता का कारणों है l लैंगिक असमानता संख्यिकी का ना होना भी मूल कारणों में से एक है l कुलपति महोदय ने आशा जताई कि प्रशिक्षण से प्रतिभागी को बेहतर प्रावधि एवं रणनीति में महिलाओं को समानता लाने में मदद करेगा l
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के यूजीसी एच. आर. डी. सी. के अध्यक्ष प्रोफेसर ए. आर.किदवई ने एकेडमी नेतृत्व के कई पहलुओं के बारे में प्रकाश डाला l उन्होंने कहा कि शिक्षकों को अपने व्यक्तिगत एवं ज्ञानवर्धक गुणवत्ता को घर्षण करके अपन संस्थानों में सफल अकादमिक नेतृत्व करना चाहिए l
कार्यक्रम के समन्वयक एवं व्यवसाय प्रबंधन के विभागाध्यक्ष डॉ मुराद अली ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए कहा कि विभाग में अब तक उच्च शिक्षण संस्थानों से करीब दो सौ शिक्षकों प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैंl उन्होंने कहा कि शिक्षकों के हित के लिए आगे भी विभाग ऐसे कार्यक्रम आयोजित करता रहेगा l
अतिथियों का स्वागत अलीगढ़ मुस्लिम विश्व विद्यालय के यूजीसी एच. आर. डी. सी. के सहायक निदेशिका डॉ. फ़ैज़ा अब्बासी ने कियाl कार्यक्रम का उद्देश्य डॉ. जूही गुप्ता ने प्रस्तुत किया l संचालन सय्यद मज़हर ज़ैदी एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ मुराद अली ने किया । एक सप्ताह का लैंगिक समानता प्रशिक्षण कार्यक्रम में 6 राज्यों से 90 कॉलेज एवं विश्वविद्यालय के शिक्षकों प्रतिभाग ले रहे है ।
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